Motilal HansdaJul 27, 20223 min readHow Has The Nutritious Food Of Indigenous Society Changed Over Time?The people of the villages are also less educated and less knowledgeable about indigenous food nutrition
Ajay KanwarJul 24, 20223 min readअगली बार छत्तीसगढ़ आएं तो चावल से बनी इस आदिवासी नमकीन को खाना न भूलें!पहले भात से बनने वाली मुरकु ज्यादा बनाते थे लेकिन अब तो उसको बनाने के लिए बर्तन आ गए हैं जिससे मुरकु बहुत अच्छा बनता है।
Sadharan BinjhwarJun 22, 20223 min readजानिए चटनियों का राजा इमली के बारे मेंइसका मूल्य, दाने के साथ 20-25 रु प्रति किलो होता है और बिना दाने के साथ 50-60 रु प्रति किलो होता है।
JyotiJun 14, 20222 min readबस्तर का वो कुजिन, विदेशी सैलानी भी हैं जिसके दीवाने।बढ़ती मांग के चलते बस्तर के हजारों ग्रामीणों के लिए चापड़ा चटनी रोजगार का स्थायी माध्यम बन चुकी है।
Tara SortheyJun 10, 20223 min readइस रोटी के बिना गोंड आदिवासियों में विवाह होना संभव नहींचावल आटे से बने हुए चीला रोटी की मांग सभी क्षेत्रों में नहीं है, कोरबा जिला के कुछ क्षेत्रों में ही ऐसा रिवाज है।
Rakesh NagdeoJun 9, 20223 min readजुड़ और पेज भात खा कर गर्मी तथा लू का सामना करते हैं आदिवासीमौसमी बदलाव का सामना भी आदिवासी अपने आस-पास मौजूद संसाधनों की सहायता से प्राकृतिक रूप से ही करते आए हैं।
Ajay KanwarMay 30, 20223 min readजानिए शरीर को ठंडक पहुंचाने वाली इन भाजियों के बारे मेंगर्मियों में लोग ठंडी-ठंडी चीज़ें खाना ज्यादा पसंद करते हैं, ये दो भाजियां अपनी ठंडकता देने के लिए ही ज्यादा प्रसिद्ध हैं।
Ajay KanwarFeb 7, 20223 min readजानिए आदिवासियों द्वारा उपयोग की जाने वाली इन अनोखे कंदों के बारेकड़वा, गेठोरा, उपका आदि कंदों का उपयोग छत्तीसगढ़ के आदिवासी करते हैं। कुछ कंदे जंगलों में मिलते हैं, कुछ घर-बाड़ी में पाए जाते हैं।