Tumlesh NetiMay 11, 20237 min readकैसी थी गोंड समुदाय की विश्व की प्राचीन शिक्षा पद्धति, गोटूलगोटूल, शिक्षा का एक केंद्र है। जहां गोंड समुदाय के 4 से 5 साल के बच्चे, अपने गुरू से 18 साल की आयु तक शिक्षा ग्रहण करते हैं।
Anjali DhruwMay 6, 20234 min readक्या आप जानते हैं? आदिवासियों की सबसे पुरानी प्रेम कहानी, झिटकू-मिटकी के बारे मेंबस्तर में रीति-रिवाज, नेग-दस्तूर और परम्परा, झिटकू-मिटकी की ही देन है। जिनको सुकल और सुकलदाई भी बोला जाता है।
Rameshwari DuggaApr 17, 20233 min readआइए जानें, कैसे बनाते हैं आदिवासी, गर्मियों में, मडिया का पेय गर्मी में, बहुत ज्यादा प्यास लगती है। इस स्थिति में, लोग अपने साथ, मडिया का पेज, हमेशा बनाकर पकड़े रहते हैं।
Rameshwari DuggaMar 10, 20232 min readजानिए गोंड आदिवासियों में, क्यों सुपा बजाकर नृत्य करते हैंगोंड आदिवासियों में बच्चों के जन्म लेने पर, ख़ुशी के साथ धूमधाम से त्यौहार मानाने का रिवाज है। और जब मनुष्य की मृत्यु हो जाती है, तब भी।
Rameshwari DuggaFeb 2, 20233 min readजानिए क्यों है 'पखांजूर' छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा मेला?लोग यहां अपने मनपसंद वस्तुओं की खरीद बड़े शौक से करते हैं, जो प्राय: बाजारों में नहीं मिल पाते, वे वस्तुएं एक स्थान पर सुलभ उपलब्ध होते हैं।
JyotiJul 29, 20224 min readजानिए आदिवासियों ने इस पर्व के साथ खेत, किसानों और प्रकृति के प्रति कैसे जताया आभार?इस त्यौहार का मुख्य पकवान आदिवासियों का सुप्रसिद्ध चीला रोटी होता है जिसको भोग के स्वरूप कृषि उपकरणों में चढ़ाया जाता है।
Deepak Kumar SoriJun 10, 20214 min readबस्तर में आदिवासियों पर हुए पुलिस हिंसा के खिलाफ एक आवाज में बोले गरियाबंद जिले के आदिवासी"हमें हिंसा नहीं, शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाएँ चाहिए"