top of page
#AdivasiAwaaz is a project by Adivasi Lives Matter (ALM) and Prayog, CG to help the Adivasi (Indigenous) youth of India assert their identities through digital stories to preserve, promote and amplify Adivasi identity.
Chaman Netam
Sep 20, 20233 min read
आईये जानें लाजवंती पत्ती के गुणकारी रहस्य के बारे में
इस पौधे का वैज्ञानिक नाम मिमोसा पुडिका है। यह एक तरह का बारहमासी पौधा होता है। जो पुरे साल हरा-भरा रहता है।
Chaman Netam
Aug 7, 20234 min read
आओ चलें एक कदम पारंपरिक गोंड़री की ओर
क्या आज भी आदिवासियों की गोंड़री पुर्ण रुप से प्रकृति सम्मत होता है? यह एक बड़ा प्रश्न है।
Chaman Netam
Jul 24, 20232 min read
जानें कोयातुर आदिवासी हल्दी के पुगांर को किस रोग में प्रयोग करते हैं
आज हम एक महत्वपूर्ण पौधे की बात करेंगे। जिसे हम कोमका (हल्दी) कहते हैं।
Chaman Netam
Jul 20, 20233 min read
आईये आदिवासियों के गोंडरी व्यवस्था के बारे में जानें
आज हम बात करेंगे गोंडरी व्यवस्था के बारे में। गोंडरी शब्द गोंडी भाषा से लिया गया है। गोंडरी का अर्थ होता है, बाड़ी या बखरी।
Chaman Netam
Jul 10, 20235 min read
गोंड़वाना समाज को आज भी तलाश है आधुनिक पहांदी पारी कुपार लिंगो की
यह लेख प्रकाश डालती है कि, कैसे आधुनिक गोंड़वाना में लिंगो की कमी से पूरा गोंड़वाना समाज बिखरा हुआ है।
Chaman Netam
Jul 3, 20234 min read
रेला मडा वृक्ष, जिसने मानव समुदाय को ज्ञान संकलित करना सिखाया
रेला मडा वृक्ष गोंडवाना लैण्ड का एक ऐसा वृक्ष है, जो औषधीय गुणों से भरपूर है।
Chaman Netam
Jun 19, 20234 min read
गरियाबंद जिले में हरा सोना को लेकर ग्रामीणों के बीच तनाव
यह लेख वनोपज पर अधिकार को लेकर, छत्तीसगढ़ के ग्रामों में ग्रामीणों के बीच हो रही भिड़ंत पर प्रकाश डालती है।
Chaman Netam
Jun 2, 20234 min read
झाड़ू बनाने की परम्परा और इसके विलुप्त होने का डर
यह लेख छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के द्वारा बनाई जाने वाले झाड़ू के इतिहास, प्रक्रिया और इसकी कला के हस्तांतरण पर आधारित है।
Chaman Netam
Apr 7, 20233 min read
क्यों कोया वंशीय, भिमाल पेन की उपासना करते हैं
कोया वंशीय, गोंड समुदाय के गण्डजीव, 'भिमाल पेन' की उपासना, चैत्र माह की पूर्णिमा में करते हैं।
Chaman Netam
Mar 8, 20237 min read
कौन है छत्तीसगढ़ की आधुनिक युग की सावित्री बाई फुले, नीलिमा श्याम
मुझे पढ़ने का बहुत मन था, पर घर में हमें पढ़ा-लिखा नहीं सकते, कह कर मना कर दिया गया।निलीमा के कार्य अक्सर अखबार में प्रकाशित होते रहते हैं।
Chaman Netam
Feb 24, 20233 min read
आखिर क्यों किया आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव?
रैली में शामिल हुए हजारों लोग, 100 से भी अधिक टैक्टरों व पिकअप वाहनों से आये हुए थे। जिससे नेशनल हाईवे जाम हो गया था।
bottom of page