JyotiAug 4, 20223 min readआरोप तय होने से पहले ही निर्दोष आदिवासी कैसे बन गए तयशुदा आरोपी?जब भी पुलिस और नक्सली हिंसा होती हैं तो मिडिया केवल एकतरफा बयान लेती है और बिना कोई जांच पड़ताल के निर्दोष ग्रामीणों को कसूरवार ठहराती है।