top of page
#AdivasiAwaaz is a project by Adivasi Lives Matter (ALM) and Prayog, CG to help the Adivasi (Indigenous) youth of India assert their identities through digital stories to preserve, promote and amplify Adivasi identity.
Deepak Kumar Sori
Nov 21, 20233 min read
रासायनिक उर्वरक खादों के दाम बढ़ने से आदिवासी किसान परेशान !
Read about why Tribal farmers are upset due to the increase in prices of chemical fertilizers.
Shubham Pendro
Oct 13, 20233 min read
मुठ त्योहार: आदिवासी क्षेत्रों की पुरानी परंपरा और रीति-रिवाजों का जश्न।
आइये जानें आदिवासी क्षेत्रों में मनाई जाने वाले मुठ त्यौहार के बारे में
Chaman Netam
Jul 20, 20233 min read
आईये आदिवासियों के गोंडरी व्यवस्था के बारे में जानें
आज हम बात करेंगे गोंडरी व्यवस्था के बारे में। गोंडरी शब्द गोंडी भाषा से लिया गया है। गोंडरी का अर्थ होता है, बाड़ी या बखरी।
Baby Raj
Jul 14, 20235 min read
आइए जाने पुल का निर्माण ना होने से लोगों को कितनी परेशानी होती है
पाली ब्लाक के अंतर्गत लाफा ग्राम से 3 किलोमीटर दूर औराभाढा जाने वाले रास्ते में एक नाला मिलता है। जिसे गुंजन नदी के नाम से जाना जाता है।
Jetho Singh Andil
Jun 30, 20233 min read
आइए जानें सरसों भाजी एवं उसके बीज की गुणवत्ता के बारे में
सरसों भाजी एक पाचक भाजी के नाम से भी जाना जाता है, यह हमारे शरीर के पाचन क्रिया को ठीक करता है।
Chaman Netam
Jun 19, 20234 min read
गरियाबंद जिले में हरा सोना को लेकर ग्रामीणों के बीच तनाव
यह लेख वनोपज पर अधिकार को लेकर, छत्तीसगढ़ के ग्रामों में ग्रामीणों के बीच हो रही भिड़ंत पर प्रकाश डालती है।
Ravi Kr. Binjhwar
Jun 15, 20233 min read
काली मिट्टी का उपयोग किस प्रकार से करते हैं ग्रामीण
काली मिट्टी का उपयोग हमेशा नहीं करते हैं। जब कोई त्यौहार या विशेष दिन होता है, तभी इसका उपयोग किया जाता है।
Shubham Pendro
Jun 14, 20235 min read
पलायन का दंश झेलते बैगा जनजाति के लोग
बढ़ती महँगाई और बेरोज़गारी के कारण, बैगा जनजाति के लोग पहाड़ी क्षेत्रों व अपनी जन्मभूमि को छोड़कर पलायन कर रहे हैं।
Veer Meravi
Jun 12, 20233 min read
जानिए एक ऐसे परिवार के बारे में जो जड़ी-बूटी बेच कर अपना जीवन-यापन करते हैं
परिवार को पालने के लिए परिवार के मुखिया के पास रोजगार का होना बहुत जरूरी होता है।
Shubham Pendro
Jun 5, 20234 min read
आज भी ढोढ़ी का पानी पीने के लिए मजबूर हैं इस गांव के आदिवासी
एक और सरकारों द्वारा हर घर जल का नारा दिया जाता है और वहीँ दूसरी ओर भारत के सैकड़ों गांव में आज भी लोग स्वच्छ पीने के पानी को तरसते हैं।
Jetho Singh Andil
Jun 1, 20233 min read
आइये सरई पेड़ से मिलने वाले लाभ और फायदे के बारे में जानें
हमारे गोंड जनजाति के लोग सरई के पेड़ को सरना देव के रूप में मानते हैं और इस पेड़ की पूजा-पाठ भी करते हैं।
Shubham Pendro
May 29, 20234 min read
बदलते हुए मौसम की वजह से आदिवासियों के जीवन पर पड़ रहा व्यापक असर
बेमौसम बारिश होने के वजह से वनांचल क्षेत्र के लोग महुआ फूल इकठा नहीं कर पा रहे हैं और सभी लोग परेशान नजर आ रहे हैं।
Veer Meravi
May 26, 20234 min read
वर्तमान भारत में, कैसी है नट जाति की वस्तुस्थिति?
नट समुदाय के लोग भीख मांग कर ही अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस कारण, उनको देख कर भी अनदेखा किया जा रहा है।
Shubham Pendro
May 23, 20233 min read
नेटवर्क की समस्या से त्रस्त ग्रामीणों को नहीं मिल रहा राशन
पोंडी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कोडगार क्षेत्र में, हर समय पीडीएस केंद्र में सर्वर डाउन होने के कारण गांव के लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा।
Veer Meravi
May 3, 20233 min read
जानें गन्ने के वेस्ट पदार्थ से कम्पोस्ट खाद कैसे प्राप्त होता है
गन्ने को पेरने से, उसका रस और भूसा अलग हो जाता है। फिर उस भूसे के सड़ने के बाद खाद के रूप में उपयोग होता है।
Shubham Pendro
May 1, 20234 min read
भारत के मजदूरों के लिए वरदान है मनरेगा
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के खास मौके पर, आपके लिए लाये हैं एक मजदुर की संघर्षपूर्ण कहानी, जिसे पढ़कर आपको मजदूरों की व्यथा पता चलेगी।
Sadharan Binjhwar
Apr 24, 20232 min read
आइए जानते हैं आदिवासी किस प्रकार बाहरी (झाडू) का निर्माण करते हैं
आदिवासियों के घरों में कई तरह के उपयोगी सामान होते है, जिनके बिना कार्य संभव ही नहीं हैं जिसमे झाड़ू भी एक घरेलू वस्तु है।
Rameshwari Dugga
Apr 17, 20233 min read
आइए जानें, कैसे बनाते हैं आदिवासी, गर्मियों में, मडिया का पेय
गर्मी में, बहुत ज्यादा प्यास लगती है। इस स्थिति में, लोग अपने साथ, मडिया का पेज, हमेशा बनाकर पकड़े रहते हैं।
Baby Raj
Apr 14, 20232 min read
अमृत-काल में भी, मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, ग्राम लाफा के आदिवासी
आदिवासियों के घर, जंगल और पहाड़ी इलाकों में होने के कारण, शासन की सुविधा उन तक नहीं पहुंच पाती।
Veer Meravi
Apr 13, 20233 min read
वर्तमान में, मल्लाहों का जीवन स्तर कैसा है
मल्लाह, भारत के मूलनिवासी माने जाते हैं। वे नाव चलाते आए हैं और मछली पकड़ने का काम करते हैं।
bottom of page