top of page
Writer's pictureAjay Kanwar

भेंट मुलाकात कार्यक्रम आयोजित कर मुख्यमंत्री ने किया आम जनता के समस्याओं का निराकरण

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जनप्रतिनिधियों अधिकारियों और जनता ने उनका खूब स्वागत किया। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के गांव पहुँच कर आदिवासियों सहित आम जनता को शासकीय योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है कि नहीं इसकी जानकारी ली, साथ ही जनताओं के समस्याओं का समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारीयों को निर्देश भी दिया गया। कुछ शासकीय कर्मचारियों के कार्य में अनियमितता होने पर आम जनता के शिकायत के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित भी किया गया। भूपेश बघेल द्वारा इस क्षेत्र के आदिवासी जनताओं की मांग पर बहुत सारी घोषणाएं भी की गई।

भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री

कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम नोनबिर्रा और रंजना में इस राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट मुलाकात कार्यक्रम का आयोजन रखा गया था, इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, और क्षेत्रीय विधायक सहित अन्य प्रतिनिधि स्थल निरीक्षण कर इस कार्यक्रम के कुछ दिनों पहले से ही वहाँ की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हुए थे। नोनबिर्रा सहित आस पास के आदिवासी लोगों ने अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर भेंट मुलाकात में मुख्यमंत्री को बताया, जिसका उन्होंने तुरंत ही समाधान किया और लोगों से सीधे बात कर शासकीय योजनाओं से मिल रहे लाभों के बारे में पूछा जिसका जनता ने उन्हें मिल रहे लाभों को लेकर मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया ।


मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए डंडा नाच का आयोजन रखा गया था

भुपेश बघेल के स्वागत के लिए नाच गाना का आयोजन रखा गया था जिसमें अधिकारी जनप्रतिनिधियों एवम जनता ने भव्य स्वागत किया। गोंड समुदाय के लोगों ने डंडा नृत्य कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया, उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में ग्रामीण हेलीपेड पर उपस्थित थे। गोंड जनजाति द्वारा खुशी के अवसर एवं गौरा-गौरी त्योहार के अवसर पर डंडा नृत्य किया जाता है।


बनाया गया था पंजीयन केंद्र

लोगों ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री से बात कर अपनी समस्याओं को बताया गया और जिन्होंने अपनी समस्या आवेदन के माध्यम से करवाया उनके लिए पंजीयन केंद्र बनाए गए थे। पंजीयन करने के लिए अधिकारी भी लगातार काम कर रहे थे क्योंकि आम जनता की भीड़ बहुत ज्यादा थी, पंजीयन कराने के लिए लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोगों को लाइन लगानी पड़ रही थी। जमीन संबंधी, पेंशन संबंधी, और राशनकार्ड संबंधी सैकड़ों समस्याओं को लेकर इस भेंट मुलाकात में दूर-दूर से लोग अपनी समस्याओं को लेकर आए थे कि आज हमारी समस्या का कुछ हल हो जायेगा।

पंजीयन कराने के लिए लोगों की भीड़

भुपेश बघेल ने लिया कुम्हार के घर भोजन का आनंद

कटघोरा विधानसभा के ग्राम नोनबिर्रा में भेंट मुलाकात के बाद उसी दिन ग्राम रंजना में भी भेंट मुलाकात का कार्यक्रम रखा गया था। जहाँ कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने कुम्हार मुकुंदराम प्रजापति के घर भोजन किया उनके साथ कटघोरा विधायक पुरषोत्तम कंवर, कोरबा लोकसभा सदस्य ज्योत्सना महंत ने भी मुकुंदराम के घर भोजन का आंनद लिया। मुकुंदराम प्रजापति एक बुजुर्ग व्यक्ति हैं, उनकी पत्नी हीरा बाई भी भुपेश बघेल के साथ खाना खाई। हीरा बाई ने बताया कि 38 साल पहले स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी आये थे। उन्होंने पूछा था कि 900 रुपये लोन मिला या नहीं जिसे वे कभी नहीं भूल सकती, हीरा बाई से पूछने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब खाना खाने आएंगे तो मैं उन्हें भाजी की सब्जी खिलाऊंगी।


ग्राम बतारी की अंजलि ने बताया कि मेरे पिता का देहांत हो चुका है और हमारी आर्थिक स्थिति भी ठीक नही है इसलिए उन्होंने भुपेश बघेल से आर्थिक सहायता की मांग की, अंजली कॉलेज की पढ़ाई कर रही है और उनकी चार बहनें भी हैं, जिनमें से एक कि शादी भी हो गयी है और एक बहन ने पढ़ाई छोड़ दी है। अंजलि की बात सुनकर मुख्यमंत्री ने एक लाख रुपये का सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए। उसी तरह से ग्राम रेलडबरी की महिला अपने दो बच्चों को लेकर आई थी वे भाई बहन विकलांग होने के कारण उन्हें सरकार द्वारा किसी तरह का आर्थिक सहायता नहीं दिए जाने पर इसकी मांग करने आये थे, उनका कहना था कि ये दोनों बच्चे बोल नहीं सकते हैं और चल भी नहीं सकते तो उनका अलग से राशनकार्ड बनाया जाय और पेंशन भी दिया जाय।


ग्राम रतिजा के प्रताप सिंह कंवर जो कि आदिवासी समुदाय से है वे अपने घर के आंगन में लगे हाई टेंसन तार के खंभे को हटवाने के लिए लिखित शिकायत की, जिसके खंभे छतिग्रस्त हो चुके है यह खंभा कभी भी गिर सकता है जिससे जान भी जा सकती है। इसको हटवाने के लिए बिजली विभाग को कई बार बोला जा चुका लेकिन किसी तरह की कार्यवाही नहीं कि गयी थी इसलिए उनके द्वारा भेंट मुलाकात में लिखित शिकायत किया गया है।


वहीं ग्राम नोनबिर्रा के ही आदिवासी महिला निर्मला बाई कंवर ने बताया कि "गोधन न्याय योजना से मैंने ढाई सौ क्विंटल गोबर बेचकर 50 हजार रुपए कमाई हूँ" इसके लिये मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद भी कही।


मुख्यमंत्री, विधायक, कलेक्टर सहित जिले के बड़े अधिकारियों को जनता से समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से जनता के बीच आना चाहिए जिससे आम जनता अपनी परेशानियों को बता सके जिसका अच्छे से निराकरण किया जा सके।


नोट: यह लेख Adivasi Awaaz प्रोजेक्ट के अंतर्गत लिखा गया है, जिसमें ‘प्रयोग समाजसेवी संस्था’ और ‘Misereor’ का सहयोग है।

Comments


bottom of page