मनोज कुजूर द्वारा सम्पादित
जैसे कि आप सभी जानते हैं कि, आज कल प्रायः हर गांव-घर में भुट्टे की खेती सभी ग्रामवासी करते हैं। गांवों में लगभग 80 से 90 प्रतिशत लोग बरसात के दिन में भुट्टे की खेती करते ही हैं। कुछ लोग ही ऐसे हैं जिनके पास जमीन नहीं है, वे इसकी खेती नहीं कर पाते हैं। लोगों को सिर्फ इतना पता है कि, भुट्टा सिर्फ खाने के काम आता है। बहुत कम ही लोगों को यह पता है कि, भुट्टा से सब्जी भी बनाया जा सकता है और साथ ही कुछ खतरनाक बीमारियों के लिये औषधि के रूप में उपयोग भी कर सकते हैं। हम चाहते हैं कि, गांव के लोगों के साथ-साथ, शहर में रहने वाले सभी लोग यह जाने कि, भुट्टे का उपयोग सब्जी और औषधि के रूप में कैसे किया जाता है।
सिरकी कला बहरा पार की रहने वाली महिला जिसका नाम शीतला बाई है। जिसकी उम्र लगभग 27 से 28 के बीच वर्ष होगी। उन्होंने हमें बताया कि, अपने बाड़ी में उगाए गए भुट्टे को खाने के साथ-साथ सब्जी भी बना सकते हैं। इसके लिये हमें सर्वप्रथम भुट्टे के दाने की आवश्यकता होगी। इसे निकाल कर इक्कठा कर लेना है। उसके बाद एक कड़ाही को चुल्हे में रखें और उसमें पानी डालकर खौलाएं, खौलते हुए पानी में भुट्टे के दाने डाल दें। इस तरह इसे 10 से 15 मिनट ढक के उबालें ताकि दाने अच्छे से उबल जाए। उसके बाद दाने को छान कर निकल लेना है। फिर हिसाब से कड़ाही में तेल डाल लें, तेल गर्म होने के बाद उसमें जीरा डाल दें और साथ ही थोड़ा सा लहसुन-अदरक का पेस्ट डाल दें। उसके बाद प्याज के साथ थोड़ा प्याज का पेस्ट भी बना कर डाल दें। उसके बाद दाने के हिसाब से एक से दो चम्मच हल्दी, मिर्ची भी डालें। कश्मीरी लाल मिर्च भी डाल सकते हैं।
इसके बाद आधा या एक चम्मच गरम मसाला या मीट मसाला डाल दें। साथ ही धनिया पाउडर भी डाल दें। उसके बाद अच्छे से मिक्स करें। फिर कुछ समय बाद टमाटर का पेस्ट डालें। फिर इसे ढक कर कुछ समय तक पकायें इसके बाद थोड़ा सा मलाई डाल दें। फिर भुट्टे के दाने डाल कर फिर से अच्छे से मिक्स कर दें। इसके बाद स्वाद अनुसार एक से दो चम्मच नमक डाल कर फिर अच्छे से पकायें। फिर हल्का सा पानी डाल कर थोड़ी देर पकाना है। हरे धनिये की बारीक पत्ती काटकर डालने के 5 मिनट बाद चल्हे से बाहर रख दें। थोड़ी देर ठंडा होने के बाद आप भुट्टे की स्वादिष्ट सब्जी का मज़ा ले सकते हैं। इस प्रकार आपका स्वादिष्ट सब्जी तैयार हो जाता है।
कैसे बनाये औषधि:- औषधि बनाने के लिये हमें इसके बाल की जरूरत होती है। इसे हमारे क्षेत्र में इसे भुट्टे का मुच्छ कहते हैं। इसे इक्कठा कर लेना है। इसके बाद एक बर्तन ले उसमें आप जितना दवाई बनाना चाहते हैं, उसका डबल पानी डालें मतलब यदि आप एक गिलास दवाई बनाना चाहते है तो आपको दो गिलास पानी डालना होगा। इतने पानी के लिये तीन से चार भुट्टे का मुच्छ निकालें। उसके बाद उस पानी में मुच्छ को डाल दें।
इसे ढककर 10 से 15 मिनट तक उबालें,जब तक पानी आधा न हो जाये। ऐसा करने के बाद इसे थोड़ा ठंडा कर लें। जब यह गुनगुना हो जाए तो इसे अच्छे से छानकर एक गिलास में लेकर इसमें एक से डेढ़ चम्मच नींबू का रस डाल लें। फिर एक से डेढ़ चम्मच जैतून (रतन जोत) का तेल डालकर, इसे रोज सुबह खाली पेट एक सप्ताह तक पीना है। जिससे किडनी सम्बंधित बीमारी जल्द ही ठीक हो जाएगा। इसका उपयोग चाय की तरह भी कर सकते हैं। यदि आप रोज दिन में 2 से तीन बार पीते हैं, तो हड्डीयो के जोड़ो में होने वाले दर्द बहुत जल्द ठीक हो जाएंगे।
नोट: यह लेख Adivasi Awaaz प्रोजेक्ट के अंतर्गत लिखा गया है, जिसमें ‘प्रयोग समाजसेवी संस्था’ और ‘Misereor’ का सहयोग है।
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