आज दुनिया भर में टेक्नोलॉजी का राज चल रहा है, जहाँ पहले पेन कॉपी आदि से काम चलाया जा रहा था। वहीं आज पूरे विश्व में कंप्यूटर, मोबाईल आदि से काम चलता है। आज जहाँ टेक्नोलोजी की बढ़ती आबादी में सभी काम ऑनलाइन होने लगे हैं, वहीं आदिवासी किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। कई किसान ऑनलाइन से परेशान हैं और बहुत से किसानों को टेक्नोलोजी का उपयोग सीखने को मिला है।
हम भली भांति जानते हैं कि आदिवासी किसान ज्यादा शिक्षित नहीं होते हैं। जिस कारण उन्हें मोबाईल चलाना नहीं आता, बहुत से किसान मोबाईल चलाना सीख गये हैं और वहीं कुछ सीख रहे हैं। हाल ही में अभी केंद्र सरकार ने "PM किसान योजना" के तहत सभी किसानों को 2000 रु की राशि दिया जा रहा है, जिसका कुछ किश्त लगभग सभी किसानों को मिल गया है और कुछ किश्त मिलना बाकी है। केंद्र सरकार ने PM किसान योजना के तहत सभी किसानों को लाभ मिले इसके लिए सभी किसानों का आधार नम्बर मोबाईल नम्बर से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया है और इसके उपरान्त आधार e-kyc कराना अति आवश्यक कर दिया है। इसके बाद ही किसानों को अगली किश्त मिल पायेगा, केंद्र सरकार को सभी किसानों का पूरा विवरण सही से और सम्पूर्ण तरीके से मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी किसानों का आधार e-kyc कराना अनिवार्य किया है। ताकि सभी किसानों की जानकारी सरकार तक पहुंचे और जिन किसानों को "PM किसान योजना" का लाभ नहीं मिल पाता है उनको भी इसका लाभ मिले। किंतु वहीं इस ऑनलाइन सुविधा से कई सारी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। ऑनलाइन कराने के लिए बहुत से किसानों को नया सिम लेना पड़ रहा है तो कई किसानों को नया मोबाईल और सिम दोनों लेना लेना पड़ रहा है। जो लोग कभी मोबाईल चलाए ही नहीं है उनके लिए यह एक समस्या ही बन गया है। जब से ऑनलाईन कराने की ज़रूरत पड़ा है तब से बहुत से किसान हक्का-बक्का हो गये हैं।
एक तरफ मोबाइल और मोबाइल नम्बर की ज़रूरत तो वहीं दूसरी ओर e-kyc करवाने जाने पर सर्वर धीमी होने की समस्या। एक ही वेबसाईट पे कई लोग एक साथ कार्य करने के कारण सर्वर धीमा हो जाता है। जिससे किसानों को e-kyc कराने के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। कुछ लोगों को कई दिन एवं कई सप्ताह तक इंतजार करना पड़ गया है। इस परिस्थिति में सबसे जादा परेशानी वृद्ध किसानों को हो रहा है, जो ज्यादा दूर चल नहीं सकते उनके लिए यह बहुत बड़ी समस्या है, धूप तो है ही ऊपर से सर्वर धीमा होने के कारण लंबे समय तक इंतजार करना और e-kyc न हो पाए तो अगले दिन फिर जाना ये बहुत बड़ी समस्या है वृद्धों के लिए। फिर भी यहाँ जुगाड़ की कमी नहीं है इन समस्याओं के जैसे-तैसे कोई न कोई जुगाड़ तो बन ही जायेगा लेकिन जिन लोगों का finger print नहीं लगता है उनको सबसे ज्यादा दिक्कत है। मोबाईल नम्बर आधार नम्बर से लिंक कराने के लिए finger print आवश्यक है और यह समस्या वृद्ध महिलाओं और पुरूषों के साथ अधिकतर देखने को मिला है।
नोट: यह लेख Adivasi Awaaz प्रोजेक्ट के अंतर्गत लिखा गया है, जिसमें ‘प्रयोग समाजसेवी संस्था’ और ‘Misereor’ का सहयोग है।
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